ये जिंदगी चलो हम फिर से कोई नई कहानी लिखते है,
है जो अधूरी राहें उन राहो से फिर से गुजरते है,
है भरे जिंदगी के कुछ पन्ने तो कुछ है खाली,
चलो आज उनमे कोई इंद्रधनुषी सा रंग भरते है,
यु तो खबर नहीं आने वाले कल की हमे कुछ,
चलो क्यों न हम कुछ कर गुजरते है,
कुछ खोया है तो कुछ पाया भी है हमने,
कुछ पल रोया है तो कुछ पल ने हसाया है हमे,
चलो क्यों न अपनी ही ख्यालातों को लिखते है,
यु तो उम्र है अभी बहुत छोटी, अनुभव नहीं जिंदगी का ज्यादा,
पर है जो सिख मिली हार से,
क्यों न उस हार को होसलो की बुनियाद बनाते है,
ये जिंदगी चलो हम फिर से कोई नई कहानी लिखते है....!!ओर पढे

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